बंधुवर,
जय श्री राम!
हमारा युवा प्रोफेशनल मिलन (श्री गुरु दक्षिणा कार्यक्रम) रविवार, 7 अगस्त 2011 एवं 15 अगस्त 2011 का विवरण इस प्रकार है.
समय प्रातः 7:00 --8:00,
कुल संख्या : 32 + 8
प्रवास-श्री प्रेम गोयल जी -वरिष्ठ प्रचारक
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कार्यक्रम:-
- 7:00-- शाखा प्रारंभ.
- 7:05--7:20 गीत, सुभाषित, अमृत वचन.
- 7:20--7:35 गुरु पूजन एवं गुरु दक्षिणा.
- 7:35--7:55 बौध्धिक
- 7:55--8:00 प्रार्थना
- 8:00--8:15 अल्पाहार
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गुरु दक्षिणा का कारण व महत्व:-
संघ ने किसी व्यक्ति को गुरु न मान कर भगवा ध्वज को गुरु माना, क्योकि प्राचीन काल से ही भगवा ध्वज हमें त्याग, बलिदान और सपर्पण की प्रेरणा देता आ रहा है.
संघ के कार्यकर्ता वर्ष भर तन-मन समर्पित भाव से संगठन के लिए कार्य करते है.गुरु दक्षिणा एक दिन धन का समर्पण है.
संघ अपने खर्चो के लिए आम जनता से राशि-चंदा न ले कर अपने कार्यकर्ताओ की गुरु दक्षिणा के द्वारा धन संग्रह करता है.
संघ कार्य के लिए सर्वस्व त्याग कर करीब 2900 प्रचारक रात-दिन कार्य कर रहे है.उनके खर्चो के लिए संघ वर्ष मे एक बार गुरु-दक्षिणा करता है.
गुरु-दक्षिणा मे से ही संघ के अनुशांघिक संगठनो के सेवा कार्यो के लिए भी धन खर्च होता है.
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स्थायी सूचना:-
- कृपया ब्लॉग पर अपने उत्तर/स्तिथि/सुझाव अवश्य दे. ताकि आने वाले कार्यक्रम के लिए अनुमान/योजना बनाई जा सके.
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"तन समर्पित-मन समर्पित और यह जीवन समर्पित ,चाहता हू मातृभू तुझको अभी कुछ और भी दू"
"तन समर्पित-मन समर्पित और यह जीवन समर्पित ,चाहता हू मातृभू तुझको अभी कुछ और भी दू"
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भारत माता की जय!
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