Friday, April 27, 2012

I.T.Milan, Ravivar 29 April 2012, 1143, Sec-19, Fbd.


बंधुवर,
नमस्कार, 

हमारा अगला आई.टी.मिलन रविवार, 29 अप्रैल 2012 को संघ कार्यालय 1143, सेक्टर-19,फरीदाबाद में तय है.

समय प्रातः 7:00 --8:00,

प्रवास-सुनील मिश्रा जी - जिला सायं कार्यवाह 

वेश - निक्कर अपेक्षित .

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
   कार्यक्रम:-
  1. 7:00-- शाखा प्रारंभ.
  2. 7:05--7:10 व्यायाम योग   
  3. 7:10--7:25 खेल
  4. 7:25--8:00 बौध्धिक    
  5. 8:00--8:10 प्रार्थना
  6. 8:10-- अल्पाहार 
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
स्थायी सूचना:-
  • कृपया ब्लॉग पर अपने उत्तर/स्तिथि/सुझाव अवश्य दे. ताकि आने वाले कार्यक्रम के लिए अनुमान/योजना बनाई जा सके.
  • कृपया प्रार्थना का अभ्यास घर पर करे. ताकि शाखा में ठीक से उच्चारण किया जा सके. 
  • हर एक कार्यकर्त्ता को प्रार्थना पूरी तरह से याद होनी चाहिए. किसी को भी,कभी भी  प्रार्थना के लिए बोला जा सकता है.
  • जिन कार्यकर्ताओ के पास गणवेश पूर्ण नहीं है वो समय रहते इसका प्रबंध कर ले.

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सभी भाग प्रमुखों से निवेदन है की अपने भाग के सभी कार्यकर्ताओ से संपर्क करके उन्हें लाने का प्रयास करे.सभी कार्यकर्ताओ से भी अनुरोध है की अपने भाग प्रमुखों से संपर्क करे तथा आने के लिए सूचित करे.

Sr. No. Bhag/Nagar Name Phone No. e-mail Dayitva
1 Bhagat Singh Bhag Amit Ji 9818401915 amit.mangla81@gmail.com Bhag Pramukh/Gatnayak
2 Bhagat Singh Bhag Vinay ji 9810320109 vinay_agrawal@goodyear.com Sah-Bhag Pramukh/Gatnayak
3 Keshav Bhag  Ashok Jha Ji 9717049964 ashokjcitm@gmail.com Bhag Pramukh/Gatnayak
4 Keshav Bhag Anurag ji  9899575885 anurag.garg@opensolutions.com Sah-Bhag Pramukh/Gatnayak
5 Keshav Bhag/Keshav Nagar Shantanu Ji 9911061574 shantanutiwari2003@gmail.com Nagar Pramukh/Gatnayak
6 Keshav Bhag/Keshav Nagar Rajesh Ji 9971498054 rajeshji1274@gmail.com Sah-Nagar Pramukh/Gatnayak
7 Ballabgarh Bhag Pankaj Trehan ji 9650412929 trehan.pankaj@gmail.com Bhag Pramukh/Gatnayak
8 Gurunanak Bhag Deepak Ji 9811322202 deepakmunjall@yahoo.com Bhag Pramukh/Gatnayak
9 Madhav Bhag Vishnu ji 9990541840 vk_rangeela@yahoo.co.in Bhag Pramukh/Gatnayak
10 C.A/Sewa Prakalp Vinay ji 9810320109 vinay_agrawal@goodyear.com Pramukh
11 C.A/Sewa Prakalp Shantanu Ji 9911061574 shantanutiwari2003@gmail.com Sah-Pramukh
12 Doctors Pankaj Tuli ji   drpankajtuli@gmail.com Pramukh


"राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का अर्थ है- राष्ट्र की सेवा करने हेतु स्वयंप्रेरणा से स्वयं ही अग्रेसर होनेवाले लोगों द्वारा राष्ट्र कार्य के लिये स्थापित संघ ।" -- परमपूजनीय डा. हेडगेवार जी ।

Thursday, April 19, 2012

I.T.Milan, Ravivar 22 April, 2012,Sangh Karyalaya 1143,Sec-19,Fbd.












बाल शिविर फतेहपुर बिल्लौच-बल्लभगढ़ 










बंधुवर,
नमस्कार, 

हमारा अगला आई.टी.मिलन रविवार, 22 अप्रैल 2012 को संघ कार्यालय 1143, सेक्टर-19,फरीदाबाद में तय है.

समय प्रातः 7:00 --8:00,

प्रवास-

वेश - निक्कर अपेक्षित .

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
   कार्यक्रम:-
  1. 7:00-- शाखा प्रारंभ.
  2. 7:05--7:10 व्यायाम योग   
  3. 7:10--7:25 खेल
  4. 7:25--8:00 बौध्धिक    
  5. 8:00--8:10 प्रार्थना
  6. 8:10-- अल्पाहार 
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स्थायी सूचना:-
  • कृपया ब्लॉग पर अपने उत्तर/स्तिथि/सुझाव अवश्य दे. ताकि आने वाले कार्यक्रम के लिए अनुमान/योजना बनाई जा सके.
  • कृपया प्रार्थना का अभ्यास घर पर करे. ताकि शाखा में ठीक से उच्चारण किया जा सके. 
  • हर एक कार्यकर्त्ता को प्रार्थना पूरी तरह से याद होनी चाहिए. किसी को भी,कभी भी  प्रार्थना के लिए बोला जा सकता है.
  • जिन कार्यकर्ताओ के पास गणवेश पूर्ण नहीं है वो समय रहते इसका प्रबंध कर ले.

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प्रार्थना

नमस्ते सदा वत्सले मात्रुभूमे
त्वया हिन्दुभूमे सुखम वर्धितोऽहम
महा मन्गले पुण्यभूमे त्वदर्थे
पतत्वेष कायो नमस्ते नमस्ते

प्रभो शक्तिमन हिन्दुराष्ट्रांग भूता
इमे सादरं त्वां नमामो वयम
त्वदीयाय कार्याय बद्धा कटीयम
शुभामाशिषं देहि तत्पूर्तये

अजय्यां च विश्वस्य देहीश शक्तिम
सुशीलं जगद्येन नम्रं भवेत
श्रुतं चैव यत कन्टकाकीर्ण मार्गम
स्वयम स्वीक्रुतं न: सुगं कारयेत

समुत्कर्श नि:श्रेयसस्यैकमुग्रम
परम साधनं नाम वीरव्रतम
तदन्त: स्फुरत्वक्षया ध्येयनिष्टा
ह्रुदन्त: प्रजा गर्तुतीव्रानिशम

विजेत्री च न: संहता कार्यशक्तिर
विधायास्य धर्मस्य संरक्षणम
परम वैभवं नेतुमेतत स्वराष्ट्रम
समर्था भवत्वाशिषाते भ्रुशम

"राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का अर्थ है- राष्ट्र की सेवा करने हेतु स्वयंप्रेरणा से स्वयं ही अग्रेसर होनेवाले लोगों द्वारा राष्ट्र कार्य के लिये स्थापित संघ ।" -- परमपूजनीय डा. हेडगेवार जी ।

Tuesday, April 17, 2012

Bal Shivir Report - 13-15 April, Fatehpur Billauch , Ballabhgarh.



































बाल शिविर - गीत, विशाल खेल , शाखा


बंधुवर,
नमस्कार!

इस बार 13  अप्रैल सायं 6:00 बजे से 15 अप्रैल सायं 5:00  बजे  तक बाल शिविर फतेहपुर बिल्लौच -बल्लभगढ़ में था. 
बाल शिविर में कक्षा 6,7,8,9,10,11,12 वी. के फरीदाबाद जिले के विद्यार्थी आमंत्रित थे.

बाल शिविर का विवरण इस प्रकार है :-
कुल शिक्षार्थी संख्या         : 399 
कुल शिक्षक  एवं प्रबंधक  : 60 

बाल शिविर में सभी शिक्षार्थियों ने अनुशासन पूर्वक , पूर्ण उत्साह से सभी कार्यक्रमों में भाग लिया.

शिविर के उद्घाटन के अवसर पर शुक्रवार को संघ के उत्तर क्षेत्रीय संपर्क प्रमुख श्रीकृष्ण सिंघल उपस्थित रहे | उन्होंने उद्घाटन अवसर पर कहा कि हमें अपने महापुरुषों के जीवन चरित्र अवश्य पढने चाहिए और उनके जीवन से प्रेरणा लेकर व्यक्ति निर्माण व राष्ट्र निर्माण का कार्य करना चाहिए | इस अवसर पर वीर शिवाजी व वीर सावरकर के जीवन पर आधारित देश भक्ति से ओत-प्रोत चलचित्र का भी प्रदर्शन किया गया था |

शारीरिक कार्यक्रम :-
शिविर में शाखाओं पर प्रतिदिन होने वाले शारीरिक एवं बौद्धिक कार्यक्रमों की शाखानुसार व नगर अनुसार प्रतियोगिताएं हुईं | शारीरिक प्रतियोगिताओं में लम्बी कूद, ऊँची कूद , चार किलोमीटर लम्बी हिन्दू मैराथन दौड़, बाधा दौड़, किसमे कितना है दम आदि का प्रदर्शन किया गया

बौद्धिक कार्यक्रम :-
 बौद्धिक प्रतियोगिताओं में कहानी, प्रेरक प्रसंग, महापुरुष परिचय, आशु भाषण, लघु नाटिका, विचार प्रकटीकरण , निबंध लेखन एवं चित्र कला आदि का प्रदर्शन किया गया

विशाल खेल :-
आजकल टेलीविजन पर प्रसारित वीर शिवाजी धारावाहिक पर आधारित एक विशाल खेल का आयोजन किया गया , जिसमे छत्रपति शिवाजी की सेना की दो टुकड़ियों द्वारा तोरणा किला, सिंहगढ़ किले पर विजय का मंचन किया गया, जो कि सबसे ज्यादा सराहनीय व रोमांचक रहा.

लघु नाटिकाओं में छुआ-छूत, बाल श्रम , संघ के स्वयंसेवक विद्यार्थी व अन्य विद्यार्थियों में अंतर, वीर सावरकर आदि विषयों पर बहुत सुन्दर प्रस्तुतीकरण किया गया |

 भिन्न-२ प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय व तृतीय आने वाले स्वयंसेवकों के उत्साह वर्धन के लिए श्री जमुना प्रसाद जी द्वारा उन्हें पुरस्कृत भी किया गया |

समापन के अवसर पर स्वयंसेवकों के अभिभावकों व समाज के अन्य गणमान्य लोगों को भी आमंत्रित किया गया था | लगभग 80 परिवार इसमें उपस्थित रहे |

अभिभावकों को संबोधित करते हुए संघ की दिल्ली प्रान्त कार्यकारिणी के सदस्य श्री राजेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि परिवार ही राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में पहली सीढ़ी है | आधुनिकता की दौड़ में बिखर रहे परिवारों को संवारने के लिए परिवार-प्रबोधन बहुत ही आवश्यक है | यदि हमारे परिवार सुसंस्कारित होंगे , परिवार का वातावरण देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत होगा तभी हमारे बच्चे देश और समाज के बारे में सोचेंगे | इसलिए यह आवश्यक है हमारे घरों में भारतमाता का चित्र अवश्य हो, हमारे राष्ट्रीय महापुरुषों के चित्र व उनके जीवन पर आधारित प्रेरणादायी पुस्तकें हों, घर में अपनी सभ्यता व प्राचीन संस्कृति के प्रतीक जैसे – ॐ, कलश, स्वास्तिक, तुलसी का पौधा अवश्य होना चाहिए | 

कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि श्री प्रताप वशिष्ठ जी थे |

शिविर में सर्वाधिकारी बैंक आफ बड़ोदा के मैनेजर श्री पवन कौशिक थे व वर्ग कार्यवाह आई.टी.आई . के अनुदेशक श्री जगवीर जी रहे |


आगे भी कार्यक्रमों की सूचना इस लिंक पर मिलती रहेगी.

धन्यवाद..
आपका मित्र 

सुरेश चंद
08860655571 




  

Thursday, April 12, 2012

I.T.Milan, Ravivar 15 April 2012,Sangh Karyalaya 1143,Sec-19,Fbd.




जय बजरंग बली !














बंधुवर,
नमस्कार, 

हमारा अगला आई.टी.मिलन रविवार, 15 अप्रैल 2012 को संघ कार्यालय 1143, सेक्टर-19,फरीदाबाद में तय है.

समय प्रातः 7:00 --8:00,

प्रवास-

वेश - निक्कर अपेक्षित .

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
   कार्यक्रम:-
  1. 7:00-- शाखा प्रारंभ.
  2. 7:05--7:10 व्यायाम योग   
  3. 7:10--7:25 खेल
  4. 7:25--8:00 बौध्धिक    
  5. 8:00--8:10 प्रार्थना
  6. 8:10-- अल्पाहार 
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स्थायी सूचना:-
  • कृपया ब्लॉग पर अपने उत्तर/स्तिथि/सुझाव अवश्य दे. ताकि आने वाले कार्यक्रम के लिए अनुमान/योजना बनाई जा सके.
  • कृपया प्रार्थना का अभ्यास घर पर करे. ताकि शाखा में ठीक से उच्चारण किया जा सके. 
  • हर एक कार्यकर्त्ता को प्रार्थना पूरी तरह से याद होनी चाहिए. किसी को भी,कभी भी  प्रार्थना के लिए बोला जा सकता है.
  • जिन कार्यकर्ताओ के पास गणवेश पूर्ण नहीं है वो समय रहते इसका प्रबंध कर ले.

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प्रार्थना

नमस्ते सदा वत्सले मात्रुभूमे
त्वया हिन्दुभूमे सुखम वर्धितोऽहम
महा मन्गले पुण्यभूमे त्वदर्थे
पतत्वेष कायो नमस्ते नमस्ते

प्रभो शक्तिमन हिन्दुराष्ट्रांग भूता
इमे सादरं त्वां नमामो वयम
त्वदीयाय कार्याय बद्धा कटीयम
शुभामाशिषं देहि तत्पूर्तये

अजय्यां च विश्वस्य देहीश शक्तिम
सुशीलं जगद्येन नम्रं भवेत
श्रुतं चैव यत कन्टकाकीर्ण मार्गम
स्वयम स्वीक्रुतं न: सुगं कारयेत

समुत्कर्श नि:श्रेयसस्यैकमुग्रम
परम साधनं नाम वीरव्रतम
तदन्त: स्फुरत्वक्षया ध्येयनिष्टा
ह्रुदन्त: प्रजा गर्तुतीव्रानिशम

विजेत्री च न: संहता कार्यशक्तिर
विधायास्य धर्मस्य संरक्षणम
परम वैभवं नेतुमेतत स्वराष्ट्रम
समर्था भवत्वाशिषाते भ्रुशम

"राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का अर्थ है- राष्ट्र की सेवा करने हेतु स्वयंप्रेरणा से स्वयं ही अग्रेसर होनेवाले लोगों द्वारा राष्ट्र कार्य के लिये स्थापित संघ ।" -- परमपूजनीय डा. हेडगेवार जी ।

Monday, April 9, 2012

I.T.Milan, Ravivar 8 April 2012,Report






श्री गुरु जी (प.पू. माधव राव सदाशिव राव गोलवलकर )
         द्वितीय सर संघचालक 








बंधुवर,
नमस्कार !

हमारा इस बार का  आई.टी.मिलन रविवार, 8 अप्रैल 2012 को बहुत ही अच्छा रहा .  

कुल संख्या - 23

प्रवास-राकेश त्यागी जी - जिला कार्यवाह

सभी कार्यकर्ताओ ने राकेश जी के निर्देशन में शारीरिक व्यायाम के साथ-२ खेलो का भरपूर आनंद लिया.
बौध्धिक में राकेश जी ने कई प्रेरक प्रसंग सुनाये.जिनसे सभी कार्यकर्त्ता मनोयोग से संघ कार्य करने के लिए प्रेरित हुए. प्रेरक प्रसंग नीचे दिया गया है.अवश्य पढ़े.

कुछ नए कार्यकर्ताओ का भी आना हुआ.उनका पहला अनुभव अतिउत्तम रहा.
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प्रेरक प्रसंग :-
 1977 आपातकाल के समय में एक अधीस जी नमक कार्यकर्त्ता बहुत सक्रिय थे.अधीस जी अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र रह चुके थे. पुलिस को उनके बारे में सूचना मिल गयी , परन्तु वे उन्हें पहचानते नहीं थे.दुर्योग से पुलिस ने उन्ही को गिरफ्तार कर लिया और उन्ही से अधीस जी के बारे में पूछा , उन्हें बहुत यातनाये दी गयी परन्तु उन्होंने ये नहीं बताया की वे ही अधीस है.

कई वर्षो पश्चात उन्हें पता चला की वे कर्क रोग(कैंसर) से पीड़ित है परन्तु उन्होंने बिना किसी को बताये संघ कार्य निर्बाध रूप से जारी रखा.

कर्क रोग बढ़ चुका था , अधीस जी मृत्यु शैया पर थे. आवाज बंद हो गई थी.पीड़ा भयंकर थी परन्तु प्राण नहीं निकल रहे थे.उनकी  माता जी ने  उनका सर गोद में लिया हुआ था.माता से पुत्र की पीड़ा नहीं देखी गयी. आखिर कार माता ने कहा , "पुत्र! चिंतित न हो , जिस कार्य का तुमने बीड़ा उठाया है वो भले ही न पूरा हुआ हो. परन्तु तुम जल्दी जाओ और फिर वापिस आ कर अधूरे संघ कार्य को पूरा करो."
कदाचित अधीस जी इसी की प्रतीक्षा कर रहे थे. मृत्यु के समय भी उन्होंने पुनर्जन्म ले कर संघ कार्य करने की प्रार्थना की और चिर निद्रा में सो गए....

संघ की नीव ऐसे ही महान कार्यकर्ताओ के जीवन से बनी है.......  
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इस तरह हर दुसरे हफ्ते शाखा किसी न किसी भाग में लगाने का विचार उत्तम लगा , इससे नए लोगो के जोड़ने में मदद मिली.


इस पेज को और अच्छा बनाने के लिए आप सभी मित्रो के सुझाव आमंत्रित है.

धन्यवाद,
आपका मित्र ,

सुरेश चंद
08860655571 

Tuesday, April 3, 2012

I.T.Milan, Ravivar 8 April 2012, Park behind Mother Dairy, Sec-3,Ballabhgarh

















बंधुवर,
नमस्कार !

हमारा अगला आई.टी.मिलन रविवार, 8 अप्रैल 2012 को  सेक्टर -3 मदर डेरी के पीछे वाले पार्क, बल्लभगढ़ में तय है.

समय प्रातः 7:15 --8:15,

प्रवास-राकेश त्यागी जी - जिला कार्यवाह

वेश - निक्कर अपेक्षित .

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   कार्यक्रम:-
  1. 7:15-- शाखा प्रारंभ.
  2. 7:20--7:40 व्यायाम योग   
  3. 7:40--7:55 खेल
  4. 7:55--8:10 बौध्धिक    
  5. 8:10--8:15 प्रार्थना 
  6. 8:15-- अल्पाहार 
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
स्थायी सूचना:-
  • कृपया ब्लॉग पर अपने उत्तर/स्तिथि/सुझाव अवश्य दे. ताकि आने वाले कार्यक्रम के लिए अनुमान/योजना बनाई जा सके.
  • कृपया प्रार्थना का अभ्यास घर पर करे. ताकि शाखा में ठीक से उच्चारण किया जा सके. 
  • हर एक कार्यकर्त्ता को प्रार्थना पूरी तरह से याद होनी चाहिए. किसी को भी,कभी भी  प्रार्थना के लिए बोला जा सकता है.
  • जिन कार्यकर्ताओ के पास गणवेश पूर्ण नहीं है वो समय रहते इसका प्रबंध कर ले.

================================================
प्रार्थना

नमस्ते सदा वत्सले मात्रुभूमे
त्वया हिन्दुभूमे सुखम वर्धितोऽहम
महा मन्गले पुण्यभूमे त्वदर्थे
पतत्वेष कायो नमस्ते नमस्ते

प्रभो शक्तिमन हिन्दुराष्ट्रांग भूता
इमे सादरं त्वां नमामो वयम
त्वदीयाय कार्याय बद्धा कटीयम
शुभामाशिषं देहि तत्पूर्तये

अजय्यां च विश्वस्य देहीश शक्तिम
सुशीलं जगद्येन नम्रं भवेत
श्रुतं चैव यत कन्टकाकीर्ण मार्गम
स्वयम स्वीक्रुतं न: सुगं कारयेत

समुत्कर्श नि:श्रेयसस्यैकमुग्रम
परम साधनं नाम वीरव्रतम
तदन्त: स्फुरत्वक्षया ध्येयनिष्टा
ह्रुदन्त: प्रजा गर्तुतीव्रानिशम

विजेत्री च न: संहता कार्यशक्तिर
विधायास्य धर्मस्य संरक्षणम
परम वैभवं नेतुमेतत स्वराष्ट्रम
समर्था भवत्वाशिषाते भ्रुशम

"राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का अर्थ है- राष्ट्र की सेवा करने हेतु स्वयंप्रेरणा से स्वयं ही अग्रेसर होनेवाले लोगों द्वारा राष्ट्र कार्य के लिये स्थापित संघ ।" -- परमपूजनीय डा. हेडगेवार जी ।