कुल संख्या - 23
प्रवास-राकेश त्यागी जी - जिला कार्यवाह
सभी कार्यकर्ताओ ने राकेश जी के निर्देशन में शारीरिक व्यायाम के साथ-२ खेलो का भरपूर आनंद लिया.
बौध्धिक में राकेश जी ने कई प्रेरक प्रसंग सुनाये.जिनसे सभी कार्यकर्त्ता मनोयोग से संघ कार्य करने के लिए प्रेरित हुए. प्रेरक प्रसंग नीचे दिया गया है.अवश्य पढ़े.
कुछ नए कार्यकर्ताओ का भी आना हुआ.उनका पहला अनुभव अतिउत्तम रहा.
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प्रेरक प्रसंग :-
1977 आपातकाल के समय में एक अधीस जी नमक कार्यकर्त्ता बहुत सक्रिय थे.अधीस जी अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र रह चुके थे. पुलिस को उनके बारे में सूचना मिल गयी , परन्तु वे उन्हें पहचानते नहीं थे.दुर्योग से पुलिस ने उन्ही को गिरफ्तार कर लिया और उन्ही से अधीस जी के बारे में पूछा , उन्हें बहुत यातनाये दी गयी परन्तु उन्होंने ये नहीं बताया की वे ही अधीस है.
कई वर्षो पश्चात उन्हें पता चला की वे कर्क रोग(कैंसर) से पीड़ित है परन्तु उन्होंने बिना किसी को बताये संघ कार्य निर्बाध रूप से जारी रखा.
कर्क रोग बढ़ चुका था , अधीस जी मृत्यु शैया पर थे. आवाज बंद हो गई थी.पीड़ा भयंकर थी परन्तु प्राण नहीं निकल रहे थे.उनकी माता जी ने उनका सर गोद में लिया हुआ था.माता से पुत्र की पीड़ा नहीं देखी गयी. आखिर कार माता ने कहा , "पुत्र! चिंतित न हो , जिस कार्य का तुमने बीड़ा उठाया है वो भले ही न पूरा हुआ हो. परन्तु तुम जल्दी जाओ और फिर वापिस आ कर अधूरे संघ कार्य को पूरा करो."
कदाचित अधीस जी इसी की प्रतीक्षा कर रहे थे. मृत्यु के समय भी उन्होंने पुनर्जन्म ले कर संघ कार्य करने की प्रार्थना की और चिर निद्रा में सो गए....
संघ की नीव ऐसे ही महान कार्यकर्ताओ के जीवन से बनी है.......
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इस तरह हर दुसरे हफ्ते शाखा किसी न किसी भाग में लगाने का विचार उत्तम लगा , इससे नए लोगो के जोड़ने में मदद मिली.
इस पेज को और अच्छा बनाने के लिए आप सभी मित्रो के सुझाव आमंत्रित है.
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धन्यवाद,
आपका मित्र ,
सुरेश चंद
08860655571
Very Nice. Isi tarak har baar vishay update hoga to bahut acha hoga
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