10 महीने बाद सोमालियाई लुटेरो के बंधन से मुक्त होकर 6 भारतीय वापिस आये.-इन्हें वापिस लाने में पाकिस्तान के मानवधिकार कार्यकर्ता Ansar बर्नी ने अहम् भूमिका अदा की.
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बर्नी, हम आपके अहसानमंद है.!
क्योकि हमारे मानवाधिकारवादियो की आँखे बंद है!!
इन्हें आतंकवादियों और अलगाववादियों की पैरवी में ही आनंद है!
आम आदमी की चीखो के लिए इनके कान बंद है !!
बर्नी, हम आपके अहसानमंद है.!!!
क्योकि हमारी सरकार मंद है !
यहाँ अपनी बात कहने पर प्रतिबन्ध है.!!
गिलानी और अरुधंति की सुरक्षा चाक -चौबंद है!
आम आदमी के लिए दरवाजे बंद है!
बर्नी हम आपके अहसानमंद है!!
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